1.जिंदगी तू भी कच्ची पेंसिल कि तरह है
हर रोज़ थोड़ी होती जा रही है.
2.हमे खुशी मील भी गई तो रखेंगे कहा हम ,
आँखो हसरतें और दील मे तुम ही तुम.
3.अब अपना जख्म दिखाऊ तो किसे दिखाऊ ,
बेगाने समझते नही और अपनो को दिखते नही.
4.सभी कूछ हो रहा है इस तरक्की की ज़माने मे ,
मगर ये क्या गजब है ,आदमी इंशा नही होता.
5.घमंड से सर ऊँचा न करे ,जितने वाले भी
अपना गोल्ड मेडल सर झुका के हासिल करता है.
6.आज भी free है ,पैसे से तो
जिस्म की चाह मे फुंकते है.
7.जिंदगी मे ऐसे इंसान होना भी ज़रूरी है ,
जिसको दील का हाल बताने के लिये लफ्जों की ज़रूरत न पड़े
8.कूछ नही है आज मेरे शव्दो के गुलदस्ते मे ,
कभी कभी मेरी खामोशियां भी पढ़ लिया करो.
9.काल free होने से क्या होता है साहब ,
दिलो मे गुंजाइश भी तो होना चहिये बात करने का.
10.ख्वाहिश मनुष्य को जीने नही देती
और
मनुष्य ख्वाहिश को मरने नही देती.
11.इतना दील से न लगाया करो मेरी बातो को ,
कोई बात दील मे रह गई तो हमे भुला नही पाओगे.
12.मेरी आवाज़ को महफूज़ कर लो..मेरे दोस्तो
मेरे बाद बहूत सन्नाटा होगा तुम्हरी महफिल मे.
13.ईश्क मे हमने नही किया जो फूल करते है
बहारों मे ,
खामोशी से खिले महके और फ़िर बिखर गये.
14.सुनो !बहूत शिकायतें आती है तुम्हारे घर से ,
यूँ सोते हुए मेरा नाम न लिया करो.
15.मेरी आवाज़ आवाज़ ही पर्दा है मेरे चेहरे का ,
मै हूँ खामोश जहाँ ,वहाँ से सुनिये मुझे.
16.भले ही आँखे झोपडी मे खुली हो ,
महलों के ख्वाब देखने के हम भी हकदार है.
17.खैरात में मिली हुई खुशी हमे पसंद नही है, क्यूंकि हम गम में भी नवाब की तरह जीते है..
18. इस शहर की हवा तक हमारे खिलाफ नही चल सकती.. तो फिर दूश्मन कि हैसियत ही क्या है..😌🔫🔫
19.muकाम वो चाहिए की जिस दिन भी हारु, उस दिन जीतने वाले से ज्यादा मेंरे चर्चे हो..😌
20.तू हमारी क्या बराबरी करेगी ए पगली.. हम तो न्यूज भी डीजे पर सुनते हें..
21. हम जिस शहर के राजा हे वहाँ की दीवार दीवार पर लिखा हे, कि कानून का आना जाना मना है।
22.तेरी मेरी जोड़ी ना मिलेगी छोरी , क्यूंकि जिस attitude की तु बात करती है , उससे ज्यादा वजनदार तो हम जूते पहनते हैं..
23.शेर को सवा शेर कहीं ना कहीं ज़रूर मिलता हैं..
और रही बात हमारी तो..
हम तो बचपन से ही सवा शेर हैं..
24.कुछ चीजें कमजोर हिफाजत में भी महफूज रहती है,
.
जैसे मिट्टी के गुलक में लोहे के सिक्के..!!
25.ज़रा ज़रा सी बात पर, रिश्तों को मत तोड़िये,
.
सात अरब की भीड़ में, सात लोग तो जोड़िये।*
26.नाराज हमेशा खुशियां ही होती हैं..
.
गमों के कभी इतने नखरे नहीं रहे .
27. दुनिया भर में तकरीबन आठ सौ तरह के खेल खेले जाते है।
लेकिन ..
भावनाओं से खेलना लोगों का पसंदीदा खेल है।
28.ध्यान रहे कि,,
रूठी हुई खामोशी से...
बोलती हुई शिकायतें+
~अच्छी होती है....!×
29. क्या अजीब सी ज़िद है, हम दोनों की,
तेरी मर्ज़ी हमसे जुदा होने की,और मेरी तेरे पीछे तबाह होने की.😢
30 चलो हम गलत थे ये मान लेते है..
ऎ जिंदगी..👍
पर एक बात बता.. क्या वो शख्स सही था
जो बदल गया इतना.. करीब आने के बाद.
31. वफ़ा पर हमने घर लुटाना था लेकिन,
वफ़ा लौट गयी लुटाने से पहले,
चिराग तमन्ना का जला तो दिया था,
मगर बुझ गया जगमगाने से पहले.😢😢
32. हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने,
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने,
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला,
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने.😢
33.मेरे मरने पे, लाख रोएंगे;
मेरे रोने पे, कौन मरता है!😢💔👈
34.सुना है रेत पे चलकर.तुम अक्सर मुस्कुराती हो...
+
कहो तो अबकी बार मैं ज़मी की धूल बन जाऊँ...😔💔👈
35.मुलाकातें तो आज भी होती है तुमसे,^
ख्वाब किसी ताले के मोहताज नही…😇🤔
36.बुरा हो इन बैरन अखियो का... कर बैठी नादानी......%
:
~पहले आग लगा दी दिल मे...फिर बरसाऐ पानी......🤗
37.मेरी ~तलब से तो +आसमां~भी+हैरान है...^
कि??
||मैंने *चांद नहीं उसका ~दाग मांगा है।....👌👌
38.दूसरों की छांव में खड़े* *रहकर,हम अपनी परछाई खो देते है....#
.
~अपनी परछाई के लिये, धूप में खड़ा होना पड़ता है//
39.🏃भूल कर सारी दुनिया को आज🙏
हम इश्क का इजहार करते हैं🗣
🕴लो पहले हम ही कह देते हैं🙋
हम आपसे बेहद प्यार करते हैं👩❤💋👩
40.इबादत× का मज़ा तो इसी में है
कि--
_रब_ से जब माँगा जाए तो,
_रब_ को ही माँगा जाये..
41.😊😊तेरी आँखों की कशिश भी खींचती है इस कदर,
**
ये दिल सिर्फ बहलता नहीं बहक जाने की जिद करता है।...❤
42.🚶चलो बिखरने देते है ज़िन्दगी को,
आखिर सँभलने की भी हद होती है.🕴
43. Takleef Ye Nhi K Pyaar Ho Gaya______!!!!
Dard Ye Hai Ki Ab Bhulaya Nhii Jaa Raha.😓😓
44. बताओ न कैसे भुलाऊँ तुम्हें ...
😕😕
तुम तो वाकिफ हो इस हुनर से .😥
45. अपनापन छलके जिसकी बातों में!
सिर्फ कुछ ही लोग होते हैं लाखों में😶😶
46.क्या बेचकर हम तुझे खरीदें,
"ऐ....ज़िन्दगी",✍
👇सब कुछ तो "गिरवी" पड़ा है,
ज़िम्मेदारी के बाज़ार में..🙏
47. ढकता हुआ तेरे हुस्न को,
.
वो काला सा नक़ाब
!
जो कोई भी देखे हंसमुख..
होश खो देगा जऩाब🙄🙄
48.मुझ पर इलज़ाम झूठा है ..👈
मोहब्बत की नहीं थी..👩❤💋👩
हो गयी थी..👆👆
49.औरत 👸👱को कम अक्ल का ताना देने वाले,
इसकी चंद अदाओं पर ही अपनी अक्ल खो बैठते है...!!😇
50.कौन शरमा रहा है आज यूँ हमें फ़ुर्सत में याद कर के..
: :
::
::
हिचकियाँ आना' तो चाह रही हैं,
पर 'हिच-किचा' रही है...💐
51.🏃ये कौन आने जाने लगा उस गली में अब......
ये कौन मेरी दास्ताँ दोहराने वाला है......🙏
52.नशे में आने दे ऐ वक्त...😊😊
|
होश में रहकर तेरे सब जवाब नहीं दे सकता...👍
53.वो जो कहते रहते हैं कि
.... खुश रहा करो
तो सुनो ...... तुम बस मेरे साथ रहा करो " 👈
54.कौन उठाएगा मेरा काम .?
ढलते हुए सूरज ने पूछा..
सुनके सारा जहा खामोश रहा👍
लेकिन एक मिटटी ने दिए ने कहा
मुझसे जो बन पड़ेगा मैं करूँगा...👌👌
55. ख़त जो लिखा मैनें वफादारी के पते पर, डाकिया ही चल बसा शहर ढूंढ़ते ढूंढ़ते.
56.मरने के नाम से जो रखते थे मुँह पे उँगलियाँ|
अफ़सोस वही लोग मेरे दिल के क़ातिल निकले…
57. अभी ज़रा वक़्त है, उसको मुझे आज़माने दो. वो रो रोकर पुकारेगी मुझे, बस मेरा वक़्त तो आने दो।
58. तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया, मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही.
57. अखबार तो रोज़ आता है घर में, बस अपनों की ख़बर नहीं आतीl
58. घुटन सी होने लगी है, इश्क़ जताते हुए, मैं खुद से रूठ गया हूँ, तुम्हे मनाते हु|
59. अफ़सोस होता है उस पल जब अपनी पसंद कोई ओर चुरा लेता है.. ख्वाब हम देखते है.. और हक़ीक़त कोई और बना लेता है|
60. वो गुस्से में तेरा लब से मेरे सिगरेट हटा देना-उसी दिलकश अदा की याद में अब कश लगाते हैं|
61. हम भी किसी की दिल की हवालात में कैद थे😍.!! फिर उसने गैरों के जमानत पर हमें रिहा कर दिया..!!
62. अपनी जवानी में रखा ही क्या है, ☝कुछ तस्वीरें यार की बाकी बोतलें शराब की.🤐
63. बारिश के बाद तार पर टंगी आख़री बूंद से पूछना, क्या होता है अकेलापन|
64. बिखरा वज़ूद, टूटे ख़्वाब, सुलगती तन्हाईयाँ
कितने हसींन तोहफे दे जाती है ये अधूरी मोहब्बत|
65. मोहब्बत तो दिल से की थी, दिमाग उसने लगा लिया…. दिल तोड दिया मेरा उसने और इल्जाम मुझपर लगा दिया👌
66. जो दिल में आये वो करो…. बस किसी से अधूरा प्यार मत करो|
67. आँखें थक गई है आसमान को देखते देखते😯😯पर वो तारा नहीं टूटता ,जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ….
68. जो उड गये परिंदे उनका क्या अफसोस करें….यहां तो पाले हुए भी गैरों की छतों पर उतरते है ।
69.तेरे बिना जीना मुश्किल है …! ये तुझे बताना और भी मुश्किल है।
70, किस किस से वफ़ा के वादे कर रखे हैं तूने ??? हर रोज़ एक नया शख्स मुझसे तेरा नाम पूछता।
71, बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे, इक शहर अब इनका भी होना चाहिऐ।
72, मै फिर याद आऊंगा उस दिन जब तेरे ही बच्चे कहेंगे-मम्मी आपने कभी किसी से प्यार किया 😎
73, हमारी चर्चा छोडो दोस्तों, हम ऐसे लोग है जिन्हें, नफरत कुछ नहीं कहती और मोहब्बत मार डालती है।
74, आज कल वो हमसे डिजिटल नफरत करते हैं, हमें ऑनलाइन देखते ही ऑफलाइन हो जाते हैं।
75, चाहत से ज्यादा, चाहने की चाहत, मुझे भी थी उसे लेकिन क्या फायदा ऐसी चाहत का, जो चाहकर भी ना बन सके मेरी चाहत।
76, ढूंढ तो लेते अपने प्यार को हम, शहर में भीड़ इतनी भी न थी..पर रोक दी तलाश हमने, क्योंकि वो खोये नहीं थे, बदल गये हैं।
77, बड़ी हिम्मत दी उसकी जुदाई ने ना अब किसी को खोने का दुःख ना किसी को पाने की चाहत।
78, मोहब्बत होने में कुछ लम्हे लगते है .. पूरी उम्र लग जाती है उसे भुलाने में।😑
79, प्यार करना हर किसी के बस की बात नही😎😎. जिगर चाहिए अपनी ही खुशियां बर्बाद करने के लिये।
80. हजारो गम है सीने मे मगर शिकवा करें किस से… इधर दिल है तो अपना … उधर तुम हो तो अपने।
81, भरोसा जितना कीमती होता है– धोका उतना ही महँगा हो जाता है।
82, बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी तुम्हारी😇 पहले पागल किया..फिर पागल कहा..फिर पागल समझ कर छोड़ दिया😇🙄
83. मुझे भी शामिल करो गुनहगारों की महफ़िल में , मैं भी क़ातिल हूँ अपनी हसरतों का , मैंने भी अपनी ख्वाहिशों को मारा है।
84, आज उस की आँखों मे आँसू आ गये,वो बच्चो को सिखा रही थी की मोहब्बत ऐसे लिखते है।
85, मुमकिन नहीं शायद किसी को समझ पाना … बिना समझे किसी से क्या दिल लगाते।
86, हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का,बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम।
87, अल्फ़ाज़ के कुछ तो कंकर फ़ेंको, यहाँ झील सी गहरी ख़ामोशी है।
88, वो जा रही थी और मैं खामोश खड़ा देखता रहा, क्योंकि सुना था कि पीछे से आवाज़ नहीं देते।
89, इतना कुछ हो रहा है..दुनिया में, 🙃😌😌क्या तुम मेरे नही हो सकते।
80, कैसे करूँ मैं साबित…कि तुम याद बहुत आते हो…एहसास तुम समझते नही…और अदाएं हमे आती नही।
81, अब अकेला नहीं रहा मैं यारों …. मेरे साथ अब मेरी तन्हाई भी है।
82, किसी को प्यार करो तो इतना करों की उसे जब भी प्यार मिलें… तो तुम याद आओ।
83, रोज़ ख्वाबों में जीता हूँ वो ज़िन्दगी … जो तेरे साथ मैंने हक़ीक़त में सोची थी।
85, हमने तो एक ही शख्स पर चाहत ख़त्म कर दी .. अब मोहब्बत किसे कहते है मालूम नहीं।
86, उनके हाथ पकड़ने की मजबूती जब ढीली हुई तो एहसास हुआ शायद ये वही जगह है जहां रास्ते बदलने है।
87, खुद से मिलने की भी फुरसत नहीं है अब मुझे,और वो औरो से मिलने का इलज़ाम लगा रहे है।
88, रात भर जागता हूँ एक एसे सख्श की खातिर… जिसको दिन के उजाले मे भी मेरी याद नही आती है।
89. तेरे होने तक मैं कुछ ना था…. तेरा हुआ तो मैं बर्बाद हो गया।
90. भरम है .. तो भरम ही रहने दो …. जानता हूं मोहब्बत नहीं है …पर जो भी है … कुछ देर तो रहने दो😒😒
91. लफ्ज़ बीमार से पड़ गये है आज कल…..एक खुराक तेरे दीदार की चाहता है।
92.*अगर आप मेरी संगत में नहीं हैं*
*तो*
*इसका मतलब आप गलत संगत में है
93. 🤔🤔ख़ुद से खुद तक जाना है मुझे
ख़ुद ही खुद को पाने के लिए 🤫
94.
*पर्सनैलिटी कपडों की नहीं*
*विचारों की होनी चाहिए,
*फ़िर दुनिया तुम्हें सिर्फ*
*Like ही नहीं Follow भी करेगी.
हर रोज़ थोड़ी होती जा रही है.
2.हमे खुशी मील भी गई तो रखेंगे कहा हम ,
आँखो हसरतें और दील मे तुम ही तुम.
3.अब अपना जख्म दिखाऊ तो किसे दिखाऊ ,
बेगाने समझते नही और अपनो को दिखते नही.
4.सभी कूछ हो रहा है इस तरक्की की ज़माने मे ,
मगर ये क्या गजब है ,आदमी इंशा नही होता.
5.घमंड से सर ऊँचा न करे ,जितने वाले भी
अपना गोल्ड मेडल सर झुका के हासिल करता है.
6.आज भी free है ,पैसे से तो
जिस्म की चाह मे फुंकते है.
7.जिंदगी मे ऐसे इंसान होना भी ज़रूरी है ,
जिसको दील का हाल बताने के लिये लफ्जों की ज़रूरत न पड़े
8.कूछ नही है आज मेरे शव्दो के गुलदस्ते मे ,
कभी कभी मेरी खामोशियां भी पढ़ लिया करो.
9.काल free होने से क्या होता है साहब ,
दिलो मे गुंजाइश भी तो होना चहिये बात करने का.
10.ख्वाहिश मनुष्य को जीने नही देती
और
मनुष्य ख्वाहिश को मरने नही देती.
11.इतना दील से न लगाया करो मेरी बातो को ,
कोई बात दील मे रह गई तो हमे भुला नही पाओगे.
12.मेरी आवाज़ को महफूज़ कर लो..मेरे दोस्तो
मेरे बाद बहूत सन्नाटा होगा तुम्हरी महफिल मे.
13.ईश्क मे हमने नही किया जो फूल करते है
बहारों मे ,
खामोशी से खिले महके और फ़िर बिखर गये.
14.सुनो !बहूत शिकायतें आती है तुम्हारे घर से ,
यूँ सोते हुए मेरा नाम न लिया करो.
15.मेरी आवाज़ आवाज़ ही पर्दा है मेरे चेहरे का ,
मै हूँ खामोश जहाँ ,वहाँ से सुनिये मुझे.
16.भले ही आँखे झोपडी मे खुली हो ,
महलों के ख्वाब देखने के हम भी हकदार है.
17.खैरात में मिली हुई खुशी हमे पसंद नही है, क्यूंकि हम गम में भी नवाब की तरह जीते है..
18. इस शहर की हवा तक हमारे खिलाफ नही चल सकती.. तो फिर दूश्मन कि हैसियत ही क्या है..😌🔫🔫
19.muकाम वो चाहिए की जिस दिन भी हारु, उस दिन जीतने वाले से ज्यादा मेंरे चर्चे हो..😌
20.तू हमारी क्या बराबरी करेगी ए पगली.. हम तो न्यूज भी डीजे पर सुनते हें..
21. हम जिस शहर के राजा हे वहाँ की दीवार दीवार पर लिखा हे, कि कानून का आना जाना मना है।
22.तेरी मेरी जोड़ी ना मिलेगी छोरी , क्यूंकि जिस attitude की तु बात करती है , उससे ज्यादा वजनदार तो हम जूते पहनते हैं..
23.शेर को सवा शेर कहीं ना कहीं ज़रूर मिलता हैं..
और रही बात हमारी तो..
हम तो बचपन से ही सवा शेर हैं..
24.कुछ चीजें कमजोर हिफाजत में भी महफूज रहती है,
.
जैसे मिट्टी के गुलक में लोहे के सिक्के..!!
25.ज़रा ज़रा सी बात पर, रिश्तों को मत तोड़िये,
.
सात अरब की भीड़ में, सात लोग तो जोड़िये।*
26.नाराज हमेशा खुशियां ही होती हैं..
.
गमों के कभी इतने नखरे नहीं रहे .
27. दुनिया भर में तकरीबन आठ सौ तरह के खेल खेले जाते है।
लेकिन ..
भावनाओं से खेलना लोगों का पसंदीदा खेल है।
28.ध्यान रहे कि,,
रूठी हुई खामोशी से...
बोलती हुई शिकायतें+
~अच्छी होती है....!×
29. क्या अजीब सी ज़िद है, हम दोनों की,
तेरी मर्ज़ी हमसे जुदा होने की,और मेरी तेरे पीछे तबाह होने की.😢
30 चलो हम गलत थे ये मान लेते है..
ऎ जिंदगी..👍
पर एक बात बता.. क्या वो शख्स सही था
जो बदल गया इतना.. करीब आने के बाद.
31. वफ़ा पर हमने घर लुटाना था लेकिन,
वफ़ा लौट गयी लुटाने से पहले,
चिराग तमन्ना का जला तो दिया था,
मगर बुझ गया जगमगाने से पहले.😢😢
32. हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने,
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने,
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला,
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने.😢
33.मेरे मरने पे, लाख रोएंगे;
मेरे रोने पे, कौन मरता है!😢💔👈
34.सुना है रेत पे चलकर.तुम अक्सर मुस्कुराती हो...
+
कहो तो अबकी बार मैं ज़मी की धूल बन जाऊँ...😔💔👈
35.मुलाकातें तो आज भी होती है तुमसे,^
ख्वाब किसी ताले के मोहताज नही…😇🤔
36.बुरा हो इन बैरन अखियो का... कर बैठी नादानी......%
:
~पहले आग लगा दी दिल मे...फिर बरसाऐ पानी......🤗
37.मेरी ~तलब से तो +आसमां~भी+हैरान है...^
कि??
||मैंने *चांद नहीं उसका ~दाग मांगा है।....👌👌
38.दूसरों की छांव में खड़े* *रहकर,हम अपनी परछाई खो देते है....#
.
~अपनी परछाई के लिये, धूप में खड़ा होना पड़ता है//
39.🏃भूल कर सारी दुनिया को आज🙏
हम इश्क का इजहार करते हैं🗣
🕴लो पहले हम ही कह देते हैं🙋
हम आपसे बेहद प्यार करते हैं👩❤💋👩
40.इबादत× का मज़ा तो इसी में है
कि--
_रब_ से जब माँगा जाए तो,
_रब_ को ही माँगा जाये..
41.😊😊तेरी आँखों की कशिश भी खींचती है इस कदर,
**
ये दिल सिर्फ बहलता नहीं बहक जाने की जिद करता है।...❤
42.🚶चलो बिखरने देते है ज़िन्दगी को,
आखिर सँभलने की भी हद होती है.🕴
43. Takleef Ye Nhi K Pyaar Ho Gaya______!!!!
Dard Ye Hai Ki Ab Bhulaya Nhii Jaa Raha.😓😓
44. बताओ न कैसे भुलाऊँ तुम्हें ...
😕😕
तुम तो वाकिफ हो इस हुनर से .😥
45. अपनापन छलके जिसकी बातों में!
सिर्फ कुछ ही लोग होते हैं लाखों में😶😶
46.क्या बेचकर हम तुझे खरीदें,
"ऐ....ज़िन्दगी",✍
👇सब कुछ तो "गिरवी" पड़ा है,
ज़िम्मेदारी के बाज़ार में..🙏
47. ढकता हुआ तेरे हुस्न को,
.
वो काला सा नक़ाब
!
जो कोई भी देखे हंसमुख..
होश खो देगा जऩाब🙄🙄
48.मुझ पर इलज़ाम झूठा है ..👈
मोहब्बत की नहीं थी..👩❤💋👩
हो गयी थी..👆👆
49.औरत 👸👱को कम अक्ल का ताना देने वाले,
इसकी चंद अदाओं पर ही अपनी अक्ल खो बैठते है...!!😇
50.कौन शरमा रहा है आज यूँ हमें फ़ुर्सत में याद कर के..
: :
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हिचकियाँ आना' तो चाह रही हैं,
पर 'हिच-किचा' रही है...💐
51.🏃ये कौन आने जाने लगा उस गली में अब......
ये कौन मेरी दास्ताँ दोहराने वाला है......🙏
52.नशे में आने दे ऐ वक्त...😊😊
|
होश में रहकर तेरे सब जवाब नहीं दे सकता...👍
53.वो जो कहते रहते हैं कि
.... खुश रहा करो
तो सुनो ...... तुम बस मेरे साथ रहा करो " 👈
54.कौन उठाएगा मेरा काम .?
ढलते हुए सूरज ने पूछा..
सुनके सारा जहा खामोश रहा👍
लेकिन एक मिटटी ने दिए ने कहा
मुझसे जो बन पड़ेगा मैं करूँगा...👌👌
55. ख़त जो लिखा मैनें वफादारी के पते पर, डाकिया ही चल बसा शहर ढूंढ़ते ढूंढ़ते.
56.मरने के नाम से जो रखते थे मुँह पे उँगलियाँ|
अफ़सोस वही लोग मेरे दिल के क़ातिल निकले…
57. अभी ज़रा वक़्त है, उसको मुझे आज़माने दो. वो रो रोकर पुकारेगी मुझे, बस मेरा वक़्त तो आने दो।
58. तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोखा दिया, मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही.
57. अखबार तो रोज़ आता है घर में, बस अपनों की ख़बर नहीं आतीl
58. घुटन सी होने लगी है, इश्क़ जताते हुए, मैं खुद से रूठ गया हूँ, तुम्हे मनाते हु|
59. अफ़सोस होता है उस पल जब अपनी पसंद कोई ओर चुरा लेता है.. ख्वाब हम देखते है.. और हक़ीक़त कोई और बना लेता है|
60. वो गुस्से में तेरा लब से मेरे सिगरेट हटा देना-उसी दिलकश अदा की याद में अब कश लगाते हैं|
61. हम भी किसी की दिल की हवालात में कैद थे😍.!! फिर उसने गैरों के जमानत पर हमें रिहा कर दिया..!!
62. अपनी जवानी में रखा ही क्या है, ☝कुछ तस्वीरें यार की बाकी बोतलें शराब की.🤐
63. बारिश के बाद तार पर टंगी आख़री बूंद से पूछना, क्या होता है अकेलापन|
64. बिखरा वज़ूद, टूटे ख़्वाब, सुलगती तन्हाईयाँ
कितने हसींन तोहफे दे जाती है ये अधूरी मोहब्बत|
65. मोहब्बत तो दिल से की थी, दिमाग उसने लगा लिया…. दिल तोड दिया मेरा उसने और इल्जाम मुझपर लगा दिया👌
66. जो दिल में आये वो करो…. बस किसी से अधूरा प्यार मत करो|
67. आँखें थक गई है आसमान को देखते देखते😯😯पर वो तारा नहीं टूटता ,जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ….
68. जो उड गये परिंदे उनका क्या अफसोस करें….यहां तो पाले हुए भी गैरों की छतों पर उतरते है ।
69.तेरे बिना जीना मुश्किल है …! ये तुझे बताना और भी मुश्किल है।
70, किस किस से वफ़ा के वादे कर रखे हैं तूने ??? हर रोज़ एक नया शख्स मुझसे तेरा नाम पूछता।
71, बेवफा लोग बढ़ रहे हैं धीरे धीरे, इक शहर अब इनका भी होना चाहिऐ।
72, मै फिर याद आऊंगा उस दिन जब तेरे ही बच्चे कहेंगे-मम्मी आपने कभी किसी से प्यार किया 😎
73, हमारी चर्चा छोडो दोस्तों, हम ऐसे लोग है जिन्हें, नफरत कुछ नहीं कहती और मोहब्बत मार डालती है।
74, आज कल वो हमसे डिजिटल नफरत करते हैं, हमें ऑनलाइन देखते ही ऑफलाइन हो जाते हैं।
75, चाहत से ज्यादा, चाहने की चाहत, मुझे भी थी उसे लेकिन क्या फायदा ऐसी चाहत का, जो चाहकर भी ना बन सके मेरी चाहत।
76, ढूंढ तो लेते अपने प्यार को हम, शहर में भीड़ इतनी भी न थी..पर रोक दी तलाश हमने, क्योंकि वो खोये नहीं थे, बदल गये हैं।
77, बड़ी हिम्मत दी उसकी जुदाई ने ना अब किसी को खोने का दुःख ना किसी को पाने की चाहत।
78, मोहब्बत होने में कुछ लम्हे लगते है .. पूरी उम्र लग जाती है उसे भुलाने में।😑
79, प्यार करना हर किसी के बस की बात नही😎😎. जिगर चाहिए अपनी ही खुशियां बर्बाद करने के लिये।
80. हजारो गम है सीने मे मगर शिकवा करें किस से… इधर दिल है तो अपना … उधर तुम हो तो अपने।
81, भरोसा जितना कीमती होता है– धोका उतना ही महँगा हो जाता है।
82, बड़ी अजीब सी मोहब्बत थी तुम्हारी😇 पहले पागल किया..फिर पागल कहा..फिर पागल समझ कर छोड़ दिया😇🙄
83. मुझे भी शामिल करो गुनहगारों की महफ़िल में , मैं भी क़ातिल हूँ अपनी हसरतों का , मैंने भी अपनी ख्वाहिशों को मारा है।
84, आज उस की आँखों मे आँसू आ गये,वो बच्चो को सिखा रही थी की मोहब्बत ऐसे लिखते है।
85, मुमकिन नहीं शायद किसी को समझ पाना … बिना समझे किसी से क्या दिल लगाते।
86, हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का,बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम।
87, अल्फ़ाज़ के कुछ तो कंकर फ़ेंको, यहाँ झील सी गहरी ख़ामोशी है।
88, वो जा रही थी और मैं खामोश खड़ा देखता रहा, क्योंकि सुना था कि पीछे से आवाज़ नहीं देते।
89, इतना कुछ हो रहा है..दुनिया में, 🙃😌😌क्या तुम मेरे नही हो सकते।
80, कैसे करूँ मैं साबित…कि तुम याद बहुत आते हो…एहसास तुम समझते नही…और अदाएं हमे आती नही।
81, अब अकेला नहीं रहा मैं यारों …. मेरे साथ अब मेरी तन्हाई भी है।
82, किसी को प्यार करो तो इतना करों की उसे जब भी प्यार मिलें… तो तुम याद आओ।
83, रोज़ ख्वाबों में जीता हूँ वो ज़िन्दगी … जो तेरे साथ मैंने हक़ीक़त में सोची थी।
85, हमने तो एक ही शख्स पर चाहत ख़त्म कर दी .. अब मोहब्बत किसे कहते है मालूम नहीं।
86, उनके हाथ पकड़ने की मजबूती जब ढीली हुई तो एहसास हुआ शायद ये वही जगह है जहां रास्ते बदलने है।
87, खुद से मिलने की भी फुरसत नहीं है अब मुझे,और वो औरो से मिलने का इलज़ाम लगा रहे है।
88, रात भर जागता हूँ एक एसे सख्श की खातिर… जिसको दिन के उजाले मे भी मेरी याद नही आती है।
89. तेरे होने तक मैं कुछ ना था…. तेरा हुआ तो मैं बर्बाद हो गया।
90. भरम है .. तो भरम ही रहने दो …. जानता हूं मोहब्बत नहीं है …पर जो भी है … कुछ देर तो रहने दो😒😒
91. लफ्ज़ बीमार से पड़ गये है आज कल…..एक खुराक तेरे दीदार की चाहता है।
92.*अगर आप मेरी संगत में नहीं हैं*
*तो*
*इसका मतलब आप गलत संगत में है
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